क्या होता अगर भारत एक धार्मिक गणराज्य होता ?
|
भारतीय मानचित्र |
वैसे प्राचीन समय से ही भारत सभी विदेशी व्यापारिओं, राजाओ और लुटेरों के मध्य प्रशिद्ध रहा है। सभी राजा ही अपने किसी पंथ या जाति को अपनी प्रजा पर थोपते थे और राज करते थे। भारत में प्राचीन समय से ही मानवाधिकारों का खंडन हुवा है। जिसको हम आज के आधुनिक युग में भी अपनी आँखों से देख सकते हैं। किस प्रकार भारत जैसे लोकतान्त्रिक राष्ट्र में भी राजनेता भी लोगो में धार्मिक और जातिगत भेदभाव करते हैं।
हम भारत के चार बड़े धर्म हिन्दू , इस्लाम , सिख और बोध धर्म से शुरुआत पर बात करेंगे और साथ ही विश्लेषण करेंगे अगर नास्तिक समाज भारत में बहुल होता और राष्ट्र की कमान इस समाज के हाथो होती तो क्या दृश्य होता।
DISCLAIMER - हम भारत के किसी भी धर्म को गलत नहीं कह रहे सभी इतिहास पर आधारित है और तर्कसंगत हैं कुछ भी मुंहबोला और असत्य वाक्य इसमें उपयोगी नहीं है। धन्यवाद।
1. हिन्दू/सनातन/आर्य समाज - हिन्दू धर्म एक उदारवादी धर्म है इसका इतिहास बहोत पुराना है आधुनिक
इतिहास में अगर आखिरी एक हज़ार वर्ष निकल दें तो इसी धर्म के राजाओ ने भारत का इतिहास रचा है। इतिहासकार मानते हैं की भारत यह भारत के सबसे पुराने धर्मो में से सबसे पुराना है हालाँकि इस धर्म के अनुसार ये धर्म एक अरब साल से ज्यादा पुराना है। पृथ्वी राज चौहान, महाराणा प्रताप, शिवजी मराठा जैसे महान राजा इस धर्म से निकले हैं।
|
हिन्दू जातिय वर्णमाला मनुष्मृति के अनुसार |
यदि इस धर्म को 1947 के बाद देश की कमान सौंपी जाती तो यह बेहद गलत होता बेशक यह भारत का इतिहासिक धर्म हो लेकिन इस धर्म में एक एक अपवाद ये है की यहाँ जातिवाद जैसा जहर पनपा है। छुआ छूत जातिवाद इत्यादि इस धर्म के लिए कैंसर के समान है। हिन्दू धर्म के चार वर्ण है - ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैस्य और शूद्र लेकिन यहाँ शूद्र वर्ण जो मेहनती कार्यशील समाज है उसके साथ अमानवीय अपराध होते थे। राजा क्षत्र्य समाज से होता था और ब्राह्मण एक मंदिर का पुजारी होता है हालाँकि वो राजा बन सकता है वैश्य एक व्यापारी समाज है लेकिन शूद्र या दलित समाज को केवल छोटे कार्य ही करने चाहिए ऐसा लिखा है मनुष्मृति में।
|
सुन्नी राजा हमलावर |
2. इस्लाम - वैसे देखा जाये तो आधुनिक इतिहास में मुस्लिम बादशाहो का दबदबा रहा है। यह धर्म मक्का सहर से फैला है जो अभी सऊदी अरब में है। सन 1000 से मुस्लिम लुटेरों एक राजाओ का भारत में आगमन शुरू होगया था इतिहास दिल्ली सल्तनत और मुग़ल साम्राज्य द्वारा गढ़ा गया। कुतुबुद्दीन ऐबक, जलालुद्दीन अकबर महान, शाहजहां और औरंगजेब इतिहास के कुछ बड़े राजा रहे हैं।
|
इस्लामी गृह युद्ध शिया और सुन्नी |
यदि इस धर्म को 1947 के बाद देश की कमान मिलती तो ये जातिगत भेद्बभाव से बहार होते यहाँ किसी से जातिगत भेदभाव मगर यह धर्म कुख्यात मशहूर है धर्म रूपांतरण में। जैसा औरंगजेब द्वारा किया गया था। इस धर्म में गृह युद्ध होता रहता है शिया और सुन्नी में तो यह घातक धर्म भी है। इनके कानून शरीयत पर आधारित है और यक़ीनन सभी कानून बेहद अमानवीय भी है।
|
बौद्ध भिक्षुक शिक्षक और छात्र |
3. सिख और बौद्ध - वैसे तो ये धर्म आधुनिक और प्राचीन हैं मगर इनको एक जैसा कहा जा सकता है सिख धर्म 10 गुरुओ के वचनो पर आधारित हैं वही बौद्ध धर्म गौतम बुद्ध की सिखाई बातो पर आधारित है। सिखो के सभी गुरु महान थे योद्धा गुरु तेग बहादुर और गुरु गोबिंद सिंह ने अपने बल से ही औरंगरजब के इस्लामीकरण मिशन को बंद कर दिया जहां गुरु तेग बहादुर भी शहीद होगये थे अगर बात करें बौद्ध धर्म की तो वो बहोत तार्किक होते हैं वो गौतम बौद्ध के अनुसार चलते हैं। अशोक सम्राट महान भी एक बौद्ध राजा था।
|
सिखो द्वारा लगाया जाने वाला लंगर |
सिख धर्म एक खुशाल जीवन जीना सिखाता है लोगो की सहायता करना लंगर करना इतियादी सिखाता है वही बौद्ध धर्म प्राचीन है तो सन्यासी प्रकार से हैं जिव हत्या के विरोधी हैं। अगर भारत में इनके हिसाब के कानून हों तो शायद कुछ हद तक भारत एक लोकतान्त्रिक राष्ट्र ही हो।
|
नास्तिक मानवता |
4. नास्तिकता - वैसे नास्तिकता कोई धर्म नहीं है ये एक तर्कशील समाज है। यहाँ कोई बादशाह हुवा हो इसके कोई प्रमाण नहीं है। शायद इतिहास होगा ही नहीं क्यूंकि नास्तिको को मार दिया जाता था।
लेकिन अगर नास्तिक भारत की कमान संभाले तो वो लोकतान्त्रिक राज्य की गठन करेंगे क्यूंकि नास्तिक जातिवादी धर्मवादी इत्यादि तरीके किसी को निचा नहीं दिखाना चाहते उनको मक़सद मानवता और मानवाधिकारों की रक्षा करना होता है।
खैर भारत एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है इससे ख़ुशी की कुछ नहीं हमें भारत का सम्मान चाहिए कुछ लोग गलत राजनीकि लोगो की वजह से भारत के लिए अपशब्द उपयोग करते हैं जोकि एक गलत धारणा है
मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया
जय हिन्द जय भारत
MY SELF AMAN
Facebook Page Link = https://www.facebook.com/actam007
Follow Me on Facebook